रांची न्यूज डेस्क: रांची के कोतवाली थाने में तैनात 2018 बैच के सब इंस्पेक्टर ऋषिकांत को एसीबी ने रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शुक्रवार को महिला थाना परिसर में हुई, जहां सब इंस्पेक्टर ऋषिकांत, रातू चट्टी निवासी ओमशंकर गुप्ता से 5000 रुपये रिश्वत ले रहे थे। एसीबी के अधिकारियों के मुताबिक, ओमशंकर गुप्ता ने एसीबी में लिखित शिकायत दी थी कि उनके खिलाफ 6 नवंबर 2024 को आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। हालांकि वह फिलहाल जमानत पर हैं, लेकिन गिरफ्तारी के समय पुलिस ने उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया था, जिसे वापस दिलाने के बदले सब इंस्पेक्टर ने रिश्वत मांगी थी।
ओमशंकर गुप्ता ने इस मामले की शिकायत एसीबी से की, जिसके आधार पर 27 फरवरी को सब इंस्पेक्टर ऋषिकांत के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इसके बाद एसीबी ने उन्हें रंगेहाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। महिला थाना परिसर में सादे कपड़ों में एसीबी की टीम पहले से मौजूद थी। जब सब इंस्पेक्टर गश्त पर थे, तब शिकायतकर्ता ने उन्हें पैसे देने के लिए महिला थाना परिसर में बुलाया, और जैसे ही उन्होंने रिश्वत ली, एसीबी की टीम ने मौके पर ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद एसीबी ने ऋषिकांत से पूछताछ शुरू कर दी है। इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है और रिश्वतखोरी के इस मामले में अन्य पुलिस अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। एसीबी की यह कार्रवाई झारखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने का संकेत देती है।
गौरतलब है कि शिकायतकर्ता ओमशंकर गुप्ता हटिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने सब इंस्पेक्टर की इस हरकत को उजागर करने के लिए एसीबी का सहारा लिया, जिससे पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की एक और परत खुल गई। अब यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और आरोपी सब इंस्पेक्टर पर क्या कार्रवाई की जाती है।